Rahul Gandhi: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के केरल के वायनाड (Wayanad) में स्थित कार्यालय में गुरुवार को तोड़फोड़ की गई है। भारतीय युवा कांग्रेस (Youth Congress) ने इस तोड़फोड़ का आरोप एसएफआई (SFI) के कार्यकर्ताओं पर लगाया है। इससे पहले मामले में केरल सरकार ने एक्शन लेते हुए कलपेट्टा के डीएसपी को निलंबित कर दिया है।
अब इस मामले में ADGP जांच करेंगे। बता दें कि शुक्रवार 25 जून की रात को ही एडीजीपी रैंक के एक अधिकारी से उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया गया है और कालपेट्टा के एसपी को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही CMO की तरफ से आदेश जारी किए गए हैं कि एक हफ्ते के भीतर जांच रिपोर्ट पेश की जाए।
Rahul Gandhi के कार्यालय पर हमला एक कायराना हरकत– अशोक गहलोत
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वायनाड में राहुल गांधी के कार्यालय पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। सीएम गहलोत ने कहा कि यह घटिया किस्म की राजनीति प्रतिशोध है। उन्होंने इस मामले की गहनता से जांच करने की मांग की है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि केरल के वायनाड में जिस तरह से कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी के कार्यालय पर हमला हुआ, यह कायराना घटना निंदनीय है। यह घटिया किस्म का राजनीतिक प्रतिशोध है। इसकी गहन जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
क्यों हुई तोड़फोड़?
जानकारी अनुसार कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण को लेकर एक बड़ा फैसला सुनाया था। जिसमें कहा गया था कि संरक्षित वनों, वन्यजीव अभयारण्यों के आसपास का एक किलोमीटर वाला पूरा इलाका पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र (ESZ) रहने वाला है। अब लोगों को यह चिंता सता रही है कि यदि यह नियम लागू होता है तो पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र में रह रहे लोगों का क्या होगा। वह सभी कहां जाएंगे?
जिसे लेकर SFI के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। कथित तौर पर इसी प्रदर्शन के दौरान यह तोड़फोड़ हुई है। हालांकि राहुल ने इसे लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले की वजह से वायनाड के स्थानीय लोगों की चिंता काफी बढ़ गई है। अपील करते हुए लिखा कि पर्यावरण के साथ-साथ लोगों की सुविधा और उनकी आजीविका का भी पूरा ध्यान रखा जाए।
संबंधित खबरें:
Agnipath Scheme पर गुस्से से आग बबूला हुए Rahul Gandhi, ट्वीट कर कहा- ‘अग्निपथ वापस लेना पड़ेगा’