NSE Scam Case: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) से जुड़े धोखाधड़ी मामले में दिल्ली, मुंबई, नोएडा, गुरुग्राम सहित अन्य शहरों में कम से कम 10 स्थानों पर सीबीआई की टीम तलाशी अभियान चला रही है। दरअसल, देश के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज में कथित अनियमितताओं पर, 2018 में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी। केंद्रीय जांच एजेंसी मार्केट एक्सचेंजों के कंप्यूटर सर्वर से स्टॉक ब्रोकरों को सूचना देने के अनुचित प्रसार की जांच कर रही है।
NSE Scam Case: एनएसई की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण हैं आरोपी
बता दें कि एनएसई की पूर्व प्रमुख चित्रा रामकृष्ण शीर्ष आरोपियों में से एक हैं। प्रबंधन पर एक “हिमालयन योगी” के साथ उनके ईमेल के आदान-प्रदान का हवाला बाजार नियामक सेबी ने एक रिपोर्ट में दिया है। एनएसई के पूर्व समूह संचालन अधिकारी (जीओओ) आनंद सुब्रमण्यम भी एक अन्य आरोपी हैं। रामकृष्ण को को-लोकेशन मामले में 6 मार्च को गिरफ्तार किया गया था, जबकि सुब्रमण्यम को फरवरी में गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों पर दिल्ली के स्टॉक ब्रोकर ओपीजी सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड और उसके मालिक संजय गुप्ता को एनएसई के ट्रेडिंग सिस्टम की जानकारी देने का आरोप लगाया गया है।
NSE Scam Case: रामकृष्ण को जमानत देने से कोर्ट ने किया इनकार
बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में, दिल्ली की एक अदालत ने रामकृष्ण को जमानत देने से इनकार कर दिया था।
विशेष सीबीआई न्यायाधीश संजीव अग्रवाल ने सुनवाई के दौरान कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि आरोपी चित्रा रामकृष्ण, प्रथम दृष्टया एनएसई के मामलों को एक निजी क्लब की तरह चला रहे थे। बताते चलें कि फरवरी में बाजार नियामक सेबी की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि एक “रहस्यमय हिमालयन योगी” रामकृष्ण के कार्यों का मार्गदर्शन कर रहा था। जबकि ऐसी अटकलें हैं कि सुब्रमण्यम “योगी” थे, सीबीआई की ओर से पुष्टि नहीं की गई है।
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