Trinamool Congress की नेता Dola Sen का कहना है कि तृणमूल कांग्रेस, सरकार के चुनाव सुधारों का विरोध नहीं कर रही है लेकिन इस बात का विरोध कर रही है कि इन सुधारों के पहले सरकार को तमाम विपक्षी दलों से सलाह मशविरा कर लेना चाहिए था। सरकार की मंशा अगामी यूपी चुनाव को लेकर सही नहीं है और वह चाहती है कि प्रदेश के एक बड़े वर्ग को मतदान से दूर रखा जाए।
गौरतलब है लोकसभा (Loksabha) से सोमवार को चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक 2021 पारित कर दिया गया था। यह विधेयक चुनावी पंजीकरण अधिकारियों को मतदाता के रूप में पंजीकरण करने वाले लोगों की आधार कार्ड संख्या प्राप्त करने की अनुमति देता है। मालूम हो कि केंद्र सरकार चुनाव सुधारों को लेकर एक अहम कदम उठाने जा रही है। वोटर आईकार्ड को आधार कार्ड (Aadhar Card) से जोड़ने का सरकार ने फैसला किया है।
बता दें कि विधेयक के जरिए जन प्रतिनिधि कानून 1950 और जन प्रतिनिधि कानून 1951 में बदलाव किया जाएगा। इसे चुनाव सुधारों की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है। पिछले हफ्ते बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट ने इन बदलावों को मंजूरी दी थी।
राज्यसभा से निलंबित हैं Dola Sen
Dola Sen को 12 सांंसदों समेत राज्यसभा से निलंबित किया गया था। TMC सांसद डोला सेन (Dola sen) ने APN न्यूज से बात करते हुए निलंबन को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने Rajya Sabha में लगातार चल रहे गतिरोध को लेकर कहा था कि माफी और माफी ना मांगने के बीच का फैसला सरकार को करना है और जिस तरीके से सरकार अपने अड़ियल रवैये पर डटी हुई है उससे लगता नहीं इस सत्र में सांसदों के निलंबन का मामला सुलझेगा।
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