पश्चिम बंगाल के राजनीतिक गलियारों में सियासी भूचाल मचा हुआ है। चारों तरफ ममता के उत्तराधिकारी अभिषेक बनर्जी पर थू थू हो रही है। अभिषेक पर बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या का साजिश रचने का आरोप लगा है।

दरअसल साल 2015 में एक कार्यक्रम के दौरान देवाशीष नाम के व्यक्ति ने अभिषेक बनर्जी को चाटा जड़ दिया था। अब उस आदमी की मौत हो गई है। शक की सुई बदले की भावना पर टिकी हुई है।

देवाशीष साल 2020 में भाजपा में शामिल हो गए थे। गुरुवार को उनकी लाश मिली। जानकारी के अनुसार गुरुवार तड़के देवाशीष आचार्य को गंभीर रूप से घायल हालत में मिदनापुर के तमलुक जिला अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल के रिकॉर्ड से पता चलता है कि उन्हें कुछ अज्ञात लोगों द्वारा सुबह 4.10 बजे लाया गया, जो जल्द ही चले गए। उनकी मौत दोपहर में हुई। जब उनके परिवार को अस्पताल पहुंचने पर रहस्यमय मौत के बारे में पता चला और तो उन्होंने दावा किया कि देवाशीष की हत्या कर दी गई है। 

बीजेपी नेता अब देवाशीष की मौत पर ममता सरकार पर हमलावर हैं। पुलिस ने शुरूआती जांच में पाया कि देवाशीष शाम के समय एक चाय की दुकान पर चाय पी रहा था। अचानक वहां से गायब हो गया। मृत व्यक्ति 16 जून से ही गायब था अब जाकर उसकी लाश मिली है।

बता दें कि देबाशीष आचार्य सबसे पहले 2015 में उस दौरान सुर्खियों में छाए थे जब उन्होंने एक राजनीतिक कार्यक्रम में अभिषेक बनर्जी को भरी जनसभा में थप्पड़ जड़ दिया था। हालांकि, इसके बाद टीएमसी समर्थकों ने उनकी खूब पिटाई की थी। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार भी किया था, मगर अभिषेक बनर्जी के दखल पर रिहा कर दिया गया था। 

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