PFI यानी पॉपुलर फ्रंटऑफ इंडिया पर एक बार फिर से केंद्र सरकार एक्शन में आ गई है। केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया बैन कर दिया है। PFI को प्रतिबंधित करने की मांग कई राज्यों ने की थी। हाल ही में, NIA और तमाम राज्यों की पुलिस और एजेंसियों ने पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी कर सैकड़ों लोगों की गिरफ्तारियां की गई थी। गृह मंत्रालय ने पीएफआई को 5 साल के लिए प्रतिबंधित संगठन घोषित कर दिया है।
बता दें कि पहले इस संगठन पर दिसंबर तक बैन लगाने की तैयारी की गई थी। PFI के अलावा 8 और संगठनों पर कार्रवाई की गई है। गृह मंत्रालय ने इन संगठनों को बैन करने का नोटिफिकेशन जारी किया है।
PFI के अलावा इन सहयोगी संगठनों पर भी लगा बैन
PFI के अलावा रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI),ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO), नेशनल वुमंस फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन, रिहैब फाउंडेशन, जैसे सहयोगी संगठनों पर भी बैन लगाया गया है।
एनआईए-ईडी ने मिलकर PFI पर देश में ताबड़तोड़ रेड की
बता दें कि पिछले दिनों ही एनआईए-ईडी ने मिलकर पीएफआई पर देश के 15 राज्यों में 96 जगहों पर रेड मारी थी और उसके करीब 100 से अधिक वर्कर्स को गिरफ्तार किया था। दरअसल, बीते मंगलवार को करीब सुबह 6 बजे तक आठ राज्यों में 200 से अधिक जगहों पर छापेमारी के दौरान 170 से अधिक पीएफआई कैडर्स को हिरासत में लिया गया है। दिल्ली के शाहीन बाग समेत 8 राज्यों में पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी हुई है। केंद्रीय एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, असम, कर्नाटक, दिल्ली और महाराष्ट्र समेत कुल 8 राज्यों में स्टेट पुलिस छापेमारी कर रही है। वहीं, एक खुफिया नोट में दावा किया गया था कि पीएफआई सरकारी एजेंसियों और बीजेपी और आरएसएस नेताओं और उनके संगठनों को निशाना बनाने की योजना बना रहा है।
दिल्ली में शाहीन बाग, जामिया समेत छापेमारी कर कई लोगों को हिरासत में लिया
वहीं, दिल्ली में शाहीन बाग, जामिया समेत दूसरे इलाकों में छापेमारी कर कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। केंद्रीय एजेंसियों के साथ दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और लोकल पुलिस थानों की टीमें भी छापेमारी में शामिल थीं और इस दौरान 1 दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया। दरअसल, एनआईए और ईडी के मुताबिक, पीएफआई हिंसक प्रदर्शन की योजना बना रहा है। इसके बाद ही इन सभी राज्यों में एक बार फिर से पीएफआई पर कार्रवाई हुई है।
इतना ही नहीं, महाराष्ट्र के कई हिस्सों में भी पीएफआई से जुड़े लोगों के ठिकानों पर एटीएस की छापेमारी जारी है। वहीं, गुजरात एटीएस द्वारा अहमदाबाद, सूरत और बनासकांठा से 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। दरअसल, गुजरात में पीएफआई सक्रिय नहीं है, बल्कि उसकी राजनीतिक पार्टी एसडीपीआई है।
कर्नाटक पुलिस ने PFI के 45 नेताओं को किया गिरफ्तार
वहीं, कर्नाटक में भी राज्य पुलिस छापेमारी कर रही है। पूरे राज्यभर में रेड मार कर्नाटक पुलिस ने पीएफआई के 45 नेताओं को गिरफ्तार किया है। बता दें कि आतंकवादी गतिविधियों में कथित संलिप्तता के सिलसिले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा बीते गुरुवार को 15 राज्यों में 96 स्थानों पर की गई छापेमारी को अधिकारियों ने ‘अब तक की सबसे बड़ी जांच प्रक्रिया’ करार दिया था।
क्या है PFI?
पीएफआई की स्थापना 2006 में हुई थी। अब इसकी केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, असम और मणिपुर सहित दो दर्जन से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कई शाखाएं हैं। गौरतलब है कि कई सुरक्षा एजेंसियों ने पीएफआई की जड़ें नेशनल डेवलेपमेंट फ्रंट (एनडीएफ) में होने की बात कही है। जो कि एक कट्टरपंथी इस्लामी संगठन है। जिसे बाबरी मस्जिद के विध्वंस के परिणामस्वरूप एक साल बाद 1993 में बनाया गया था।
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