उत्तरभारतीय की खिलाफत करने वाले और एमएनएस पार्टी के मुखिया राज ठाकरे मुश्किल में फस गए हैं। मराठी भाषा को लेकर मुहि चलाने वाले राज ठाकरे को मुंबई कोर्ट ने नोटिस जारी किया है। साथ ही उन्हें 5 जनवरी तक कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं। कोर्ट के अनुसार ठाकरे को नोटिस ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी अमेजन की ओर से दायर याचिका पर जारी किया है।
बता दें कि राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस ने अमेजन को एक खत लिखकर अमेजन ऐप मे मराठी भाषा को शामिल करने के लिए अपील की थी।
एमएनएस की ओर से अमेजन प्रमुख को लिखे गए पत्र में कहा गया था कि कंपनी के एप में तमिल, तेलगू, कन्नड़ और मलयालम जैसी क्षेत्रीय भाषाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन मराठी का नहीं। मराठी भाषा भारत में तीसरी सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली भाषा है। एमएनएस की ओर से इसके बाद ‘नो मराठी, नो अमेजन’ मुहिम शुरू की थी। पिछले दिनों एमएनएस कार्यकर्ताओं ने अमेजन के पोस्टर्स भी फाड़े थे। पोस्टर फाड़े जाने की घटना के बाद अमेजन ने एमएनएस के खिलाफ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
अदालत के नोटिस के बाद एमएनएस ने कहा है कि हमारी लीगल टीम इस मामले को देख रही है। एमएनएस की यूथ विंग के उपाध्यक्ष अखिल चित्रे ने इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी की ओर से मराठी भाषा के इस्तेमाल को लेकर लिखे गए पत्र के जवाब में अमेजन के प्रमुख जे बेजोस ने माफी मांगी थी। हाल ही में मुंबई के बीकेसी स्थित अमेजन के दफ्तर में पार्टी के पदाधिकारियों और अमेजन के अधिकारियों की बैठक भी हुई थी।
अखिल चित्रे के मुताबिक बैठक में अमेजन के अधिकारियों ने इस मसले के समाधान के लिए 20 दिन का समय मांगा था। लेकिन इसी बीच अमेजन की ओर से केस दायर कर दिया गया। हमारी लीगल टीम इस मसले को देख रही है। गौरतलब है कि राज ठाकरे की पार्टी एमएनएस की ओर से पिछले दिनों अमेजन के प्रमुख को पत्र लिखकर कंपनी के एप में मराठी भाषा का भी इस्तेमाल करने की अपील की थी।