केरल के अलप्पुझा जिले की रहने वाली कार्तियानी अम्मा ने राज्यभर में चल रही साक्षरता मिशन के तहत ‘अक्षरालक्ष्मण’ परीक्षा को पास किया है। कार्तियानी अम्मा ने 96 साल की उम्र में केरल के साक्षरता परीक्षा में 98 प्रतिशत नंबर ही नहीं लई बल्कि टॉप भी किया। वह इस परीक्षा में हिस्सा लेने वाली सबसे बुजुर्ग महिला थीं। इस परीक्षा में लगभग 43 हजार अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। बता दें कि इस मिशन में लेखन, पाठन और गणित के कौशल को मापा जाता है। यह परीक्षा इसी साल अगस्त में हुई थी, जिसके नतीजे बुधवार को घोषित किए गए। सूत्रों के मुताबिक, अम्मा इससे पहले भी कई परीक्षाएं दे चुकी हैं। इस परीक्षा में 80 कैदियों ने भी हिस्सा लिया था। साथ ही अनुसूचित जाति के 2420 अभ्यर्थियों और अनुसूचित जनजाति के 946 अभ्यर्थियों ने भी हिस्सा लिया था।
#NEWS: केरल की दादी अम्मा ने 96 साल की उम्र में दी परीक्षा, 100 में से 98 नंबर हासिल किए। pic.twitter.com/SyMsiEFHUy
— APN न्यूज़ हिंदी (@apnlivehindi) November 2, 2018
कार्तियानी अम्मा के बारे में कहा जाता है कि वह 100 साल की उम्र से पहले 10वीं की परीक्षा पास करना चाहती हैं। कुछ महीने पहले ही ‘अक्षरालाक्षम’ मिशन के तहत एक और परीक्षा में अम्मा ने पूरे नंबर हासिल किए थे। कार्तियानी अम्मा ने ना सिर्फ इतिहास रचा है बल्कि एक मिशाल भी पेश की है। बता दें उन्होंने 5 स्तरों- कक्षा IV, VII, X, XI, और XII में आयोजित परीक्षा में टॉप किया। हैरानी की बात तो ये है कि अम्मा कभी स्कूल गई ही नहीं। फिर भी उन्होंने टॉप कर लोगों को हैरान कर दिया। बता दें अम्मा ने 42 हजार बच्चों ने साथ ये परीक्षा दी।
कार्तियानी अम्मा ने केरल राज्य साक्षरता मिशन के ‘अक्षरालाक्षम’ साक्षरता कार्यक्रम में 100 में से 98 अंक हासिल कर टॉप किया। 1 नवंबर को मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन उन्हें योग्यता प्रमाणपत्र से सम्मानित भी किया। अम्मा ने कहा कि ‘मुझे पता था जितना ज्यादा में पढ़ाई करूंगी उससे ज्यादा मेरे नंबर आएंगे। मैं छोटे बच्चों को पढ़ाई करती देखती थी। मैं भी चाहती थी कि पढ़ाई करूं। जब बच्चों ने पूछा तो मैंने कहा क्यों नहीं, मैं भी पढ़ूंगी। अम्मा ने कहा अब मैं कंप्यूटर सीखना चाहती हूं।