बॉलिवुड ऐक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद से ही लगातार फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिजम पर खुलकर बहसबाजी हो रही है, कंगना रनौत, शेखर सुमन और शेखर कपूर जैसे कई बॉलिवुड कलाकारों ने इस बारे में खुलकर बयान भी दिए हैं। सुशांत के फैन्स में का भी मानना है कि बॉलिवुड के कुछ खास लोगों का ग्रुप ही उनकी मौत का जिम्मेदार है। इस बीच इस मामले पर बॉलिवुड की ऐक्ट्रेस तापसी पन्नू का भी बयान आया है।

‘पिंकविला’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक हालिया इंटरव्यू में तापसी ने सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या और बॉलिवुड में नेपोटिजम पर बात करते हुए कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में एक आउटसाइडर होने के नाते बिना गॉडफादर या कॉन्टैक्ट्स के सर्वाइव करना काफी मुश्किल होता है। इस बारे में तापसी ने आगे कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में संपर्क बनाने में काफी टाइम लगता है और तब तक आपको काम नहीं मिल पाता है।

सोशल मीडिया में नेपोटिजम का मुद्दा इस कदर गर्माया हुआ है कि कई स्टार्स इससे बचने के लिए चुप्पी साधे बैठे हुए हैं तो कई खुलकर अपनी बातों को रख रहे हैं। इस बीच प्रियंका चोपड़ा का भी एक पुराना इंटरव्यू खूब सुर्खियां बटोर रहा है दरअसल कुछ साल पहले मिड- डे को दिए एक इटरव्यू में प्रियंका ने कहा था कि भाई- भतीजावाद के चलते वह फिल्म से बाहर हो गई थीं और इस पर खूब रोई भी थीं, हर स्टार्स की अपनी कहानी होती है और मेरे समय में मुझे ये सब बहुत झेलना पड़ा था।

कुछ दिनों पहले ‘गली बॉय’ फेम ऐक्‍टर सिद्धांत चतुर्वेदी भी चर्चा का विषय बन गए थे जब उन्‍होंने नेपोटिजम को लेकर एक कॉमेंट किया था। इसी दौरान सिद्धांत ने कहा था, ‘सबकी अपनी अलग जर्नी है। बस फर्क इतना है कि जहां हमारे सपने पूरे होते हैं, वहां से इनका स्ट्रगल शुरू होता है।’ इसके बाद सिद्धांत के बयान की सोशल मीडिया पर काफी प्रशंसा हुई थी जबकि अनन्‍या को जबरदस्‍त तरीके से ट्रोल किया गया था।

इंटरव्यू में नेपोटिजम पर बोलते हुए अनन्या ने कहा था, ‘यह सब देखने में काफी अच्छा लगता है कि मुझे सब आसानी से मिल गया। मैं हमेशा से ऐक्‍ट्रेस बनना चाहती थी। लोग कहते हैं कि हमें ज्यादा तकलीफें उठाने की जरूरत नहीं पड़ती है। हमें स्ट्रगल करने की जरूरत नहीं पड़ती लेकिन ऐसा नहीं है। हां, मैं भाग्‍यशाली हूं कि मैं चंकी पांडे की बेटी हूं लेकिन मेरे पिता ने कभी धर्मा प्रॉडक्‍शन के साथ काम नहीं किया। उन्हें कभी कॉफी विद करण में नहीं बुलाया गया। सबकी अपनी जर्नी है।’

वहीं तापसी ने कहा कि जो परेशानी एक आउटसाइडर को उठानी होती है वह इंडस्ट्री के अंदर के लोगों को नहीं उठानी पड़ती। उन्होंने कहा कि फिल्मी परिवार में पैदा होने वाले लोगों को आसानी से काम मिल जाता है। जब तापसी से बॉलिवुड में नेपोटिजम और कथित तौर पर इसको बढ़ावा देने वालों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी इसे स्वीकार किया। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि नेपोटिजम के कारण बहुत सी फिल्में उनके हाथ से निकल गईं और किसी स्टार किड के हाथ में चली गईं।

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