अब कैश की जरूरत नहीं! एक दिसंबर से लॉन्च हो रहा है डिजिटल रिटेल ई-रुपया

आरबीआई के मुताबिक, सरकारी बॉन्ड की खरीद-बिक्री पर सेटलमेंट राशि के तौर पर डिजिटल रुपये का इस्तेमाल किया जाएगा।

0
209
Digital Rupee in India
Digital Rupee in India

Digital Rupee in India: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) 01 दिसंबर, 2022 से ई-रुपया का पहला पायलट लॉन्च करने के लिए तैयार है। केंद्रीय बैंक ने मंगलवार को इस बात की घोषणा की। डिजिटल रुपया (e₹) भारतीय करेंसी का एक डिजिटल संस्करण है। आरबीआई इसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के तौर पर जारी करेगा। डिजिटल रुपये को पहली बार जनवरी 2017 में प्रस्तावित किया गया था। आरबीआई ने एक बयान में कहा, “पायलट भाग लेने वाले ग्राहकों और व्यापारियों के एक बंद यूजर्स ग्रुप में चुनिंदा स्थानों को कवर करेगा।”

आरबीआई के अनुसार, पायलट प्रोजेक्ट चरणों में शुरू किया जाएगा। पहले चरण में चार बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक देशभर के चार शहरों में शुरू होंगे। बयान में कहा गया है कि चार अन्य बैंक – बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक बाद में इस पायलट में शामिल होंगे।

“पायलट शुरू में चार शहरों, मुंबई, नई दिल्ली, बेंगलुरु और भुवनेश्वर को कवर करेगा और बाद में अहमदाबाद, गंगटोक, गुवाहाटी, हैदराबाद, इंदौर, कोच्चि, लखनऊ, पटना और शिमला तक विस्तारित होगा।” आरबीआई ने कहा कि अधिक बैंकों, यूजर्स और शहरों को शामिल करने के लिए पायलट के दायरे को धीरे-धीरे बढ़ाया जा सकता है।

download 2022 11 29T194516.987
Digital Rupee in India

डिजिटल रुपया क्या है?

डिजिटल रुपया, (e₹) सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) के रूप में भी जाना जाता है। यह केंद्रीय बैंक द्वारा जारी किए गए करेंसी नोटों का एक डिजिटल रूप है। यह उसी मूल्यवर्ग में जारी किया जाएगा जो वर्तमान में कागजी मुद्रा और सिक्के जारी किए जाते हैं। यह बैंकों के माध्यम से वितरित किया जाएगा। यह बैंक नोट से अलग नहीं होगा।

यह कैसे काम करता है?

आरबीआई ने कहा कि यूजर्स भाग लेने वाले बैंकों द्वारा पेश किए गए डिजिटल वॉलेट के माध्यम से ई-रुपये के साथ लेनदेन करने में सक्षम होंगे। वे वॉलेट में ई-रुपया बैलेंस की जांच कर सकते हैं। लेन-देन पर्सन टू पर्सन (P2P) और पर्सन टू मर्चेंट (P2M) दोनों हो सकते हैं। इससे क्यूआर कोड का उपयोग करके व्यापारियों को भुगतान किया जा सकता है।”

सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी रिटेल का इस्तेमाल लोग रोजमर्रा के लेनदेन के लिए कर सकते हैं। यह पहले चुनिंदा जगहों और बैंकों में शुरू होगा। रिटेल प्रोजेक्ट में हर आयु वर्ग के लोगों को शामिल किया जाएगा। फिर उनके अनुभवों के आधार पर जरूरत पड़ने पर सुविधाओं में बदलाव किया जाएगा।

ई-रुपये का उपयोग कहां कर सकते हैं?

आरबीआई के मुताबिक, सरकारी बॉन्ड की खरीद-बिक्री पर सेटलमेंट राशि के तौर पर डिजिटल रुपये का इस्तेमाल किया जाएगा। रिजर्व बैंक ने यह भी कहा है कि जल्द ही इसका इस्तेमाल खुदरा लेनदेन के लिए भी किया जाएगा।

यह भी पढ़ें:

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here