Ashish Pandey
Manto आज भी जिंदा हैं, सआदत हसन गंदी शराब पीकर लाहौर में मर गये
एक बेहद बदनाम अफ़सानानिगार सआदत हसन Manto जिंदगी के महज 42 साल, 8 महीने और 7 दिन जीने के बाद बेहद गंदी शराब पीकर लाहौर के हॉल रोड स्थित 31, लक्ष्मी मेंशन में 18 जनवरी 1955 को मर गया।
MGR चाहते हुए भी जयललिता से शादी नहीं कर पाये
मरुथुर गोपालन रामचंद्रन यानी एमजी रामचंद्रन यानी MGR सिनेमा की ऐसी शख्सियत थे जो भारतीय राजनीति के इतिहास में पहली बार किसी राज्य के मुख्यमंत्री बने।
जब Kaifi Azmi ने लिखा, ‘शब-ए-इंतज़ार आखिर, कभी होगी मुक़्तसर भी…’
Kaifi Azmi: कुछ तो हुनरमंदी रही होगी, वो शायर मकबूल रहा। दुनिया के पैतरों से दूर वो बड़े ही करीने से इंकलाबी लफ्जों को कोरे कागज पर टांकता था। उसके मोहब्बत के ख्वाब भी बड़े पोशीदा होते थे।
Shakti Samanta ने सिनेमा में रुमानियत का ‘अमर प्रेम’ रचा
Shakti Samanta ने 70 के दशक में सिनेमा के पर्दे पर जिस तरह से इश्क को उकेरा, उसने राजेश खन्ना जैसे अभिनेता को सुपरस्टार बना दिया।
Amrish Puri जैसे खलनायक सदियों में पैदा होते हैं
हिंदी सिनेमा के अमर खलनायकों में Amrish Puri का नाम अव्वल दर्जे में लिया जाता है। हिंदी सिनेमा की कल्पना बिना विलेन के कभी नहीं की जा सकती।
Lal Bahadur Shastri के साथ क्या हुआ था ताशकंद में
Lal Bahadur Shastri भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। शास्त्री ने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद 9 जून 1964 को प्रधानमंत्री का पद संभाला था।
जब ‘रजनीगंधा’ बनाने वाले Basu Chatterjee को कमलेश्वर की स्क्रिप्ट पसंद नहीं आयी
Basu Chatterjee ने भारतीय समानान्तर सिनेमा यानी इंडियन पैरेलल सिनेमा की नींव में 'सारा आकाश' 'रजनीगंधा', 'चितचोर' और 'एक रूका हुआ फैसला' जैसी फिल्मों को पैबस्त करके मजबूत बनाया।
2 जनवरी को ‘हल्ला बोल’ अधूरा छोड़ गए Safdar Hashmi
आज Safdar Hashmi के कत्ल की ताऱीख है। जी हां, साल 1989 में 2 जनवरी के दिन दिल्ली सटे गाजियाबाद के साहिबाबाद इलाके में एक राजनीतिक दल के कुछ उग्र गुंडों के कारण मात्र 32 साल की उम्र में सफ़दर को इस दुनिया से जाना पड़ा।
EPS Pension Scheme: कर्मचारी पेंशन योजना क्या है, कैसे मिल सकता है आपको लाभ, जानें यहां
EPS Pension Scheme: भारत में भविष्य निधि संगठन (EPF) की स्थापना कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम 1952 (ईपीएफ एण्ड एमपी एक्ट) के तहत की गई है।
जब 1977 में Rajnarayan ने ‘बरेली के बाजार में झुमका गिरा दिया’
Rajnarayan भारतीय राजनीति के वो माहिर खिलाड़ी थे, जिनकी वजह से साल 1977 में झुमका गिरा था और वो भी बरेली के बाजार में।
Most Read
10 महीने बाद जेल से रिहा हुए नवजोत सिंह सिद्धू, ढोल नगाड़े के साथ किया गया स्वागत
Road Rage Case: पंजाब कांग्रेस के नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू आज पटियाला की केंद्रीय जेल से सजा काटने के...
Viral Video: दो लड़कियों को गोद में बैठाकर किया खतरनाक स्टंट, अब मुंबई पुलिस ऐसे सिखाएगी सबक
Viral Video: लोग सोशल मीडिया पर वायरल होने के लिए किस हद तक जा सकते हैं? सब्सक्राइबर्स और व्यूज पाने की दौड़ ने लोगों को चरम सीमा तक जाने के लिए प्रेरित किया है।
New Rules from 1st April: बदल गए हैं कई नियम, आपकी जेब पर पड़ेगा असर
New Rules from 1st April: 1 अप्रैल यानी आज से नया वित्तीय वर्ष 2023-24 शुरू हो गया है, ऐसे में टैक्सपेयर कई बदलावों से प्रभावित होंगे। हालांकि, इसकी घोषणा पहले ही बजट के दौरान कर दी गई थी।
“देश के प्रधानमंत्री का पढ़ा लिखा होना …”, Arvind Kejriwal ने एक बार फिर पीएम मोदी की डिग्री पर उठाए सवाल
Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि जिन लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षणिक योग्यता के बारे में जानने का अधिकार है, वे गुजरात उच्च न्यायालय के फैसले से स्तब्ध हैं।