चंद्रयान-3 की लैंडिंग के आखिरी 15 मिनट के अहम पड़ाव.

अंतरिक्ष की दुनिया में भारत के लिए आज का दिन एतिहासिक है.

आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग होनी है.

ISRO के मुताबिक तय समय पर ही मिशन पूरा होगा.

ऐसे में पूरी दुनिया की नजरें भारत की ओर टिकी हुई हैं.

Rough Breaking Phase:  जब लैंडर 25 किमी की कक्षा से चांद की सतह की तरफ प्रस्थान करेगा तो लैंडर की गति हॉरिजोंटल दिशा में रहेगी तब चांद के चारों तरफ घुमते हुए इसे नीचे ले जाया जाएगा.

Fine Breaking Phase: लैंडर की चंद्रमा की सतह से दूरी 25 किमी से घटकर 7.42 किमी रह जाएगी.

ये फेज कुल 690 सेकेंड का रहेगा.

लैंडर की स्पीड को 1.68 किमी प्रति सेकेंड से घटाकर हॉरिजोंटल डायरेक्शन में 358 मीटर प्रति सेकेंड और वर्टिकल डायरेक्शन में 61 मीटर प्रति सेकेंड कर दी जाएगी.

लैंडर की ऊंचाई चांद की सतह से 7.4 किमी रह जाएगी.

Alltitude Hold Phase- ये फेज सिर्फ 10 सेकेंड का होगा.

इस दौरान लैंडर को 90 डिग्री पर घुमा दिया जाएगा और इस प्रक्रिया के दौरान लैंडर 800 मीटर की दूरी और तय कर लेगा.

अब चांद की सतह से दूरी सिर्फ 6.8 किमी रह जाएगी.

Final Breaking Phase- इसके बाद इस फेज का कुल वक्त 175 सेकेंड होगा.

लैंडर की गति को 0km/sec तक ले जाते हुए सॉफ्ट लैंडिंग को अंजाम दिया जाएगा.

 उस वक्त का इंतजार है जब लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरेगा और इसके साथ ही भारत एक नया इतिहास रच देगा.

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