Weather Update: दिल्ली-एनसीआर के लोगों को उमस और गर्मी से बेहाल कर चुके मौसम में बदलाव नजर आ रहा है। मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार ओडिशा के ऊपर बने गहरे निम्न दबाव के प्रभाव से बंगाल की खाड़ी की तरफ से नमी भरी हवाएं उत्तर भारत तक पहुंच रही हैं।इन हवाओं की वजह से 14 अगस्त यानी रविवार को दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा आदि में हल्की बारिश होने की संभावना है।
सप्ताह की शुरुआत यानी 15 अगस्त को बारिश की गतिविधियां फिर से कम होंगी। दिल्ली में 15 अगस्त को हल्की बारिश की संभावना है। स्वतंत्रता दिवस के दिन दिल्ली में हल्की बारिश या बूंदाबांदी होगी। दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में बादल छाए रहेंगे। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौसम फिलहाल पूरी तरह शुष्क नहीं होगा। दिल्ली में आज अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रह सकता है, आगामी 18 अगस्त को गरज के साथ तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है।
Weather Update: आसमान में छाए रहेंगे बादल
मौसम विभाग के अनुसार रविवार को आसामान में बादल छाए रहेंगे। हल्की बारिश की संभावना भी है। अधिकतम तापमान 34 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री तक रह सकता है। 15 अगस्त को हल्की बारिश होगी। दूसरी तरफ करीब 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। वहीं 16 से 19 अगस्त तक हल्की बूंदाबांदी व बौछारों की संभावना भी है। इस दौरान तापमान 35 से 36 डिग्री तक रहेगा।
Weather Update: दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ा
राजधानी दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मालूम हो कि यमुना नदी में खतरे का निशान 205.33 मीटर है। जबकि अभी नदी का जलस्तर 205.99 मीटर है, जोकि खतरे के निशान से 63 सेमी ज्यादा है।बीते शुक्रवार की सुबह से नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, लेकिन राहत की बात ये है कि पिछले 4 घंटे से यह स्थिर बना हुआ है।
ऐसे में प्रशासन ने एहतियातन यमुना के आसपास के निचले इलाकों को खाली करवा दिया है, क्योंकि कई इलाकों में पानी भरने की खबर है। यमुना खादर का इलाका, गढ़ी मांडू, उस्मानपुर, न्यू उस्मानपुर के साथ-साथ चिल्ला के इलाके खाली करवा दिए हैं।
Weather Update: एमपी में बाढ़ का कहर, सेना ने संभाला मोर्चा
मध्यप्रदेश में ग्वालियर-चंबल के इलाके में बारिश ने आफत मचाई है। यहां बने बांधों के गेट खोलने से सिंध और सीप नदी ने भारी तबाही मचा दी है। पिछले दो दिनों में यहां करीब 6 पुल ढह चुके हैं। जिनमें से 4 का निर्माण पिछले 10-11 साल के दौरान ही किया गया था। सरकार ने अब इस मामले में जांच के लिये कमेटी बनाई है।
यहां के शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, ग्वालियर, गुना, भिंड और मुरैना जिलों के कुल 1225 गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। ऐसे में राहत और बचाव कार्य का मोर्चा अब सेना ने संभाल लिया है।
जानकारी के अनुसार श्योपुर जिले के 32 गांवों से 1500 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। इसी प्रकार शिवपुरी के 90 गांवों से 2000 और दतिया, ग्वालियर, मुरैना, भिंड के 240 गांवों से एसडीईआरएफ, एनडीईआरएफ, सेना और बीएसएफ ने मिलकर लगभग 5,950 लोगों को सुरक्षित निकालने में सफलता प्राप्त की है।
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